नई दिल्ली : कौशल विकास तथा उद्यमिता
मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि व्यावसायिक कौशल के साथ युवाओं को
रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना उनके लिए चुनौती नहीं बल्कि एक नया दायित्व है
और इसका वह जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करेंगे।
प्रधान ने कौशल विकास तथा उद्यमिता
मंत्रालय में अपने सहयोगी अनंत कुमार हेगड़े के साथ कार्यभार संभालने के बाद
पत्रकारों से कहा कि यह उनके लिए नया मंत्रालय है। इस मंत्रालय में कैसे
काम करना है इसके लिए स्थिति समझने के बाद जल्द ही एक रोडमैप तैयार किया
जाएगा। पेट्रोलिय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में उन्होंने
उज्ज्वला सहित कई नयी योजनाएं शुरू की। कल मंत्रिपरिषद में हुए फेरबदल में
उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर कौशल विकास मंत्री का अतिरिक्त दायित्व दिया
गया।
उन्होंने कहा कि हर साल 10 करोड़ युवाओं को
रोजगार की जरूरत होती है। ये सभी युवक स्वाभिमान के साथ नौकरी पेशे से
जुड़े इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौशल विकास मंत्रालय का गठन
किया। इस मंत्रालय ने युवाओं के कौशल विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं
और पिछले तीन साल से बड़ी संख्या में युवक पेशागत कुशलता के नौकरी में आ रहे
हैं।
कौशल विकास मंत्रालय को ज्यादा उपयोगी
बनाने तथा गति देने के लिए उनकी प्राथमिकताओं के बारे में पूछने पर
उन्होंने कहा कि वह अपने सहयोगी हेगड़े के साथ मंत्रालय से संबंधित
गतिविधियों को पहले पूरी तरह समझेंगे और फिर कार्य योजना बनाएंगे ताकि
ज्यादा से ज्यादा युवाओं को सक्षम और कुशल बनाया जा सके।
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